किया समर्पण सबकुछ उस देवता को...
करू क्या अर्पण उसको अब???
करता धारण मृत्युशैया , अगर होता वश में...
हूँ मजबूर मगर , जिंदगी उसे देने का वादा है.....
© आशुतोष त्रिपाठी
करू क्या अर्पण उसको अब???
करता धारण मृत्युशैया , अगर होता वश में...
हूँ मजबूर मगर , जिंदगी उसे देने का वादा है.....
© आशुतोष त्रिपाठी